देहरादून। अगर आप उत्तराखंड परिवहन निगम की बस का टिकट ऑनलाइन बुक कर रहे हैं और ऐप पर बस फुल दिखाई दे रही है, तो सतर्क हो जाइए। दरअसल, परिवहन निगम की ओर से बसों की टिकट बुकिंग करने वाली ‘रेड बस’ और ‘अभी बस’ कंपनियों का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है।
जांच में खुलासा हुआ है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बसें फुल दिखाई जा रही थीं, जबकि हकीकत में बसें आधी से ज्यादा खाली थीं। उदाहरण के तौर पर, लखनऊ जाने वाली 50 सीटर बस ऑनलाइन पूरी तरह भरी हुई दिखी, लेकिन जब आईएसबीटी पर बस का चार्ट निकाला गया तो केवल 16 यात्रियों के टिकट ही बुक पाए गए। यही स्थिति दिल्ली जाने वाली वोल्वो बसों में भी सामने आई।
इस मामले की जानकारी मिलते ही परिवहन निगम के महाप्रबंधक क्रांति सिंह ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
फर्जीवाड़ा कैसे हुआ
पहले निगम की बसों के टिकट केवल यूटीसी (UTC) की वेबसाइट पर ही बुक होते थे, लेकिन करीब दो महीने पहले निगम ने ‘रेड बस’ और ‘अभी बस’ से अनुबंध किया था ताकि वे भी टिकट बुकिंग कर सकें।
अब दीपावली के सीजन में लंबी दूरी की बसों की मांग बढ़ने के चलते, इन कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने मुनाफा बढ़ाने के लिए बसों को फुल दिखाकर मनमाना किराया वसूला और यात्रियों को गुमराह किया।
ऐसे खुला भंडाफोड़
देहरादून आईएसबीटी से दोपहर डेढ़ बजे लखनऊ जाने वाली बस के यात्रियों को परिचालक ने यह कहकर लौटा दिया कि बस फुल है। लेकिन जब बस का चार्ट निकला तो केवल 16 टिकट बुक मिले। इसके बाद अन्य बसों की जांच की गई, तो कई बसों में यही गड़बड़ी मिली।
रिफंड में भी धांधली
इतना ही नहीं, इन कंपनियों पर रिफंड के नाम पर भी यात्रियों से ठगी करने का आरोप है।
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दिल्ली जाने वाली वोल्वो बसों के तीन यात्रियों के टिकट कंपनियों ने खुद कैंसिल कर दिए,
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एक युवती को ₹970 की जगह केवल ₹430 का रिफंड मिला,
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दो अन्य यात्रियों को ₹1950 की जगह केवल ₹900 का रिफंड दिया गया।
जब यात्री समय पर आईएसबीटी पहुंचे और उनके नाम चार्ट में नहीं मिले, तो उन्होंने हंगामा किया और लिखित शिकायतें दर्ज कराईं।
यूनियन ने एफआईआर की मांग की
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने इस पूरे मामले पर ‘रेड बस’ और ‘अभी बस’ कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
परिवहन निगम प्रबंधन ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

