देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल न केवल देहरादून बल्कि पूरे उत्तराखंड का एक प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है। जल्द ही इस हॉस्पिटल का दायरा और विस्तार होने जा रहा है। अस्पताल को 500 बेड की 10 मंजिला अत्याधुनिक बिल्डिंग की सौगात मिलने वाली है। इस नए भवन के निर्माण के बाद अस्पताल की बेड क्षमता 700 से बढ़कर 1200 हो जाएगी। गायनोकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स और अन्य महत्वपूर्ण वार्डों की सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को अब परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हॉस्पिटल में पार्किंग की कमी एक बड़ी समस्या रही है। नई 10 मंजिला बिल्डिंग में दो मंजिला बेसमेंट पार्किंग बनाई जा रही है, जिसमें 100 से अधिक चारपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे। इसके अलावा, बिल्डिंग के चारों ओर 20 फीट का कवर एरिया होगा, जहां अतिरिक्त वाहन पार्क किए जा सकेंगे।
उत्तराखंड पेयजल निगम की निर्माण यूनिट प्रथम द्वारा प्रबंधित इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश चंद्र तिवारी के अनुसार, 500 बेड की इस बिल्डिंग का लगभग 40% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यह 10 मंजिला बिल्डिंग, जिसमें दो मंजिला बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर शामिल है, 28 से 30 मीटर ऊंची होगी और कई आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी।
निर्माण पर करीब 88 करोड़ रुपये और फर्नीचर व अन्य उपकरणों पर 36 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बिल्डिंग को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। तिवारी ने बताया कि निर्माण कंपनी से प्रतिदिन अपडेट लिया जा रहा है ताकि तय समय पर उच्च गुणवत्ता के साथ काम पूरा हो।
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ग्राउंड फ्लोर: माइनर ऑपरेशन थिएटर (ओटी), अल्ट्रासाउंड, वेंटिलेटर, ऑब्जर्वेशन वार्ड, सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग लैब।
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पहली मंजिल: दो पीडियाट्रिक वार्ड, 7 बेड का आईसीयू, 8 बेड का एचडीयू, 1 मेजर ओटी, एनेस्थीसिया और सर्जन रूम।
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दूसरी मंजिल: दो गायनोकोलॉजी और पीडियाट्रिक वार्ड (58 बेड), एग्जामिनेशन रूम।
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तीसरी मंजिल: दो गायनोकोलॉजी वार्ड (58 बेड), दो आर्थो-पीडियाट्रिक वार्ड (48 बेड)।
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चौथी मंजिल: दो सर्जरी वार्ड (58 बेड), दो आर्थोपेडिक वार्ड (57 बेड)।
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पांचवीं मंजिल: चार सर्जरी वार्ड (96 बेड)।
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छठी मंजिल: टेक्निकल स्टाफ रूम, प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 14 रूम, 23 बेड का एक वार्ड, एकाउंट रूम और मल्टीपरपज हॉल।
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सातवीं मंजिल: प्राइवेट वार्ड (24 रूम), 4 वीआईपी सूट।
दून हॉस्पिटल के मेडिकल कॉलेज बनने के बाद मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। बेहतर सुविधाओं के कारण जनता का भरोसा बढ़ा है। अब न केवल उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों जैसे चकराता, जौनसार, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और हरिद्वार से मरीज आ रहे हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और हिमाचल प्रदेश के पौंटा साहिब, नाहन व काला अंब से भी बड़ी संख्या में लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश चंद्र तिवारी ने कहा, “दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की नई बिल्डिंग का निर्माण तेजी से चल रहा है। करीब 40% कार्य पूरा हो चुका है। उच्च गुणवत्ता के साथ तय समय पर निर्माण पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।”
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल का विस्तार उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक नया युग शुरू करने जा रहा है। बढ़ी हुई बेड क्षमता, आधुनिक सुविधाएं और बेहतर पार्किंग व्यवस्था से मरीजों की परेशानियां कम होंगी और क्षेत्र की बढ़ती स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।