Wednesday, May 14, 2025
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कैंब्रियन हॉल एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष पर धोखाधड़ी का मुकदमा

NTI (देहरादून) :  देहरादून में कैंब्रियन हॉल एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष कृष्णा एसजेबी राणा के खिलाफ उनकी बहन अमृता सिंह ने धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है। अमृता सिंह ने आरोप लगाया है कि कृष्णा राणा ने उन्हें और उनके बड़े भाई ऋषि शमशेर सिंह राणा को अवैध रूप से ट्रस्ट की आजीवन सदस्यता से हटा दिया और उनकी जगह अपनी पत्नी को स्थाई सदस्य नियुक्त कर दिया, जो उनकी माता की कानूनी उत्तराधिकारी नहीं हैं। इसके लिए कृष्णा राणा पर कई दस्तावेजों में फर्जीवाड़े का भी आरोप है।

शहर कोतवाल चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि अमृता सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। अमृता सिंह ने पुलिस को बताया कि कैंब्रियन हॉल एजुकेशनल ट्रस्ट, कैंब्रियन हॉल स्कूल का संचालन करता है। यह स्कूल रक्षा मंत्रालय की भूमि पर बना है, जो उनके दादा राजा एसजेबी राणा को 99 साल की लीज पर दी गई थी। दादा की मृत्यु के बाद उनके पिता और फिर उनकी माता रानी चंद्रराज लक्ष्मी ट्रस्ट की अध्यक्ष बनीं। माता की मृत्यु के बाद कृष्णा राणा को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया।

अमृता सिंह ट्रस्ट की आजीवन सदस्य थीं, लेकिन कृष्णा राणा ने उन्हें इस पद से हटा दिया। उन्होंने इसकी शिकायत सोसाइटी रजिस्ट्रार कार्यालय में भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अमृता सिंह का आरोप है कि यह सब ट्रस्ट की संपत्तियों और धन को हड़पने के लिए किया गया।

फर्जीवाड़े के आरोप

अमृता सिंह ने बताया कि कृष्णा राणा ने वर्ष 2009 के एक आदेश पत्र पर उनके फर्जी हस्ताक्षर किए और इसका उपयोग 2023 में सोसाइटी रजिस्ट्रार कार्यालय में किया। इसकी शिकायत उन्होंने मार्च 2023 में राजपुर पुलिस को की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके अलावा, आरोप है कि स्कूल वर्तमान में बिना लीज नवीनीकरण के संचालित हो रहा है।

अमृता सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि कृष्णा राणा ने नेपाली फार्म स्थित ट्रस्ट की भूमि को जाली पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाकर बेच दिया। विशेष जांच दल (SIT) ने उन्हें इस मामले में दोषी पाया और न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की। हाईकोर्ट ने कृष्णा राणा की जमानत दो बार खारिज की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह ऋषिकेश न्यायालय में नियमित पेशी पर जा रहे हैं।

इसके अतिरिक्त, एक अन्य संपत्ति को भी कृष्णा राणा ने अमृता सिंह के जाली हस्ताक्षर करके बेच दिया। इसकी शिकायत पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

यह मामला कैंब्रियन हॉल एजुकेशनल ट्रस्ट की संपत्तियों और प्रबंधन से जुड़ा एक गंभीर विवाद है। अमृता सिंह के आरोपों में जालसाजी, फर्जी दस्तावेज, और अवैध रूप से संपत्ति बेचने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन पूर्व शिकायतों पर कार्रवाई न होने से सवाल उठ रहे हैं। यह मामला अब न्यायालय में है, और आगे की जांच से ही सच्चाई सामने आएगी।

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