NTI (Mohan Bhulani) : उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम में एक नई पहल की जा रही है, जो न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुविधा को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। कैंची धाम में 40 करोड़ रुपये की लागत से उत्तराखंड का पहला रूफटॉप हेलीपैड बनाया जाएगा। यह हेलीपैड तीन मंजिला पार्किंग की छत पर स्थापित किया जाएगा, जो न केवल एक अनूठा प्रयास है, बल्कि पर्यटन और धार्मिक यात्राओं को और सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कैंची धाम, नैनीताल जिले में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भक्तों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। यह स्थान न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से भी परिपूर्ण है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं, जिसके कारण यहां आवागमन और सुविधाओं को लेकर चुनौतियां बनी रहती हैं। इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, उत्तराखंड सरकार ने कैंची धाम को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।
रूफटॉप हेलीपैड
कैंची धाम में बनने वाला यह रूफटॉप हेलीपैड उत्तराखंड का पहला ऐसा हेलीपैड होगा, जो पार्किंग की छत पर स्थापित किया जाएगा। इस हेलीपैड के निर्माण के लिए शासन से मौखिक स्वीकृति मिल चुकी है और इसकी लागत करीब 40 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस परियोजना के तहत तीन मंजिला पार्किंग का निर्माण किया जाएगा, जिसकी छत पर हेलीपैड बनाया जाएगा। इस पार्किंग में करीब 436 वाहनों को खड़ा किया जा सकेगा, जिससे मंदिर के बाहर अल्मोड़ा-भवाली मुख्य मार्ग पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।
धार्मिक यात्राओं को बढ़ावा
यह परियोजना मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है और मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं के तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से शुरू की गई है। इस मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों को संवारने का कार्य किया जा रहा है, जिसमें से नौ मंदिरों के लिए पहले चरण में करीब 44 करोड़ रुपये का बजट जारी किया जा चुका है। कैंची धाम के अलावा, जागेश्वर धाम, बैजनाथ, नैना देवी, पाताल रुद्रेश्वर, पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मां बाराही देवी और नंदा देवी मंदिर को भी इस योजना में शामिल किया गया है। सभी 16 मंदिरों में निर्माण कार्य करीब 106 करोड़ रुपये की लागत से होने की उम्मीद है।
सुविधाओं का विस्तार
कैंची धाम में हेलीपैड के निर्माण के साथ-साथ मंदिर के सुंदरीकरण, प्रकाश व्यवस्था और आस्था पथ मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य भी किया जाएगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के पिछले हिस्से से वन-वे मार्ग का निर्माण किया जाएगा। यह सभी उपाय मिलकर कैंची धाम को एक आधुनिक और सुविधाजनक धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करेंगे।
कैंची धाम में रूफटॉप हेलीपैड का निर्माण उत्तराखंड के पर्यटन और धार्मिक यात्राओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना न केवल श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। इसके साथ ही, यह परियोजना उत्तराखंड सरकार के प्रगतिशील और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो धार्मिक स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।