NTI: उत्तराखंड के गैरसैंण ब्लॉक में स्थित भराड़ीसैण विधानसभा के पास का सारकोट गांव अब मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत तेजी से विकास कर रहा है। नवंबर 2024 में जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे आदर्श गांव बनाने का एलान किया, तब से जिला प्रशासन ने इसे एक मॉडल गांव के रूप में विकसित करने के लिए कई नई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (उरेडा) ने सारकोट गांव के प्रमुख स्थलों पर 10 सोलर लाइट्स लगाई हैं। अब पंचायत चौक, प्राथमिक विद्यालय, आंतरिक मार्गों और धार्मिक स्थलों पर रोशनी फैलने से पूरा गांव रात में जगमगाने लगा है। सौर ऊर्जा का इस्तेमाल न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि इससे ग्रामीणों को एक सुरक्षित और स्थायी प्रकाश व्यवस्था भी मिल रही है। इस पहल ने ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है, और उनकी खुशी साफ-साफ दिखती है।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी की निगरानी में सारकोट में कई विकास कार्य तेज़ी से चल रहे हैं:
- महिला कृषकों का सशक्तिकरण: ज्योति ग्राम संगठन को मिलेट प्रोसेसिंग यूनिट मिली है, जिसमें आटा चक्की, धान चक्की, झंगोरा चक्की और मसाला चक्की शामिल हैं। इससे महिलाओं को स्वावलंबन और आय बढ़ाने के अवसर मिल रहे हैं।
- हाईटेक पॉलीहाउस: कृषि में सुधार के लिए हाईटेक पॉलीहाउस लगाने का काम तेजी से चल रहा है।
- सामाजिक सुरक्षा: गांव के सभी पात्र व्यक्तियों को सामाजिक पेंशन योजनाओं से जोड़ा गया है।
- शिक्षा में सुधार: प्राथमिक विद्यालय में स्मार्ट क्लासेज की शुरुआत हुई है, साथ ही स्कूल भवनों की मरम्मत और रंग-रोगन का काम भी चल रहा है।
- पर्यटन को बढ़ावा: ग्रामीणों को होम स्टे शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
आदर्श ग्राम का उद्देश्य
सारकोट को आदर्श ग्राम बनाने का मुख्य उद्देश्य इसे एक ऐसा मॉडल बनाना है, जहां व्यक्तिगत, सामाजिक, आर्थिक और मानव विकास की हर दिशा में प्रगति हो। इसके लिए विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं का समन्वित क्रियान्वयन किया जा रहा है, ताकि जल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार हो सके।