पिथौरागढ़: उत्तराखंड का एक खूबसूरत सीमांत जिला, अब पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छूने की तैयारी कर रहा है। नैनीसैनी एयरपोर्ट के जरिए हवाई संपर्क से जुड़ने के बाद इस जिले में पर्यटन की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इसी कड़ी में सरकार ने पिथौरागढ़ में एक फाइव स्टार होटल के निर्माण की योजना बनाई है, जिसके लिए उद्योगपतियों और बिल्डर्स को आमंत्रित किया जाएगा। यह घोषणा नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने सोमवार को जिले के दौरे के दौरान की। उन्होंने नैनीसैनी एयरपोर्ट और बेस अस्पताल का निरीक्षण करते हुए इस पहल की रूपरेखा प्रस्तुत की।
डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि पिथौरागढ़ का एयरपोर्ट शहर के निकट होने के कारण इसे पर्यटन के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है, जो अन्य जिलों में आमतौर पर देखने को नहीं मिलता। उन्होंने कहा, “यह जिला प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर है। फाइव स्टार होटल के निर्माण से न केवल पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।”
हालांकि, इस योजना में केवल पर्यटन सुविधाओं का विस्तार ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता देना भी शामिल है। सरकार का मानना है कि फाइव स्टार होटल के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी निवेश जरूरी है। इसके लिए बिल्डर्स और उद्योगपतियों को अस्पताल और स्कूलों के निर्माण में भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे स्थानीय निवासियों को सब्सिडी दरों पर उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
पिथौरागढ़ के लोग लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देना एक स्वागत योग्य कदम है, लेकिन इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि स्थायी निवासियों का जीवन स्तर बेहतर हो। एक फाइव स्टार होटल जहां पर्यटकों को आकर्षित करेगा, वहीं अस्पताल और स्कूलों का निर्माण स्थानीय समुदाय के लिए वरदान साबित होगा।
इस पहल से न केवल पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास से जिले के युवाओं और परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। सरकार की यह योजना तभी पूर्ण रूप से सफल मानी जाएगी, जब यह पर्यटन और स्थानीय विकास के बीच संतुलन स्थापित कर सके।
पिथौरागढ़ में पर्यटन ढांचे को मजबूत करने की यह पहल जिले को नई पहचान दिला सकती है। सरकार से अपेक्षा है कि वह इस दिशा में ठोस कदम उठाए, ताकि पर्यटन का लाभ अप्रत्यक्ष रूप से ही नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष रूप से भी स्थानीय लोगों तक पहुंचे। फाइव स्टार होटल, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा इस सीमांत जिले को समृद्धि की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। यह योजना पिथौरागढ़ के सुनहरे भविष्य की नींव रख सकती है, बशर्ते इसे सही दिशा में लागू किया जाए।