NTI,पीठसैंण (पौड़ी गढ़वाल): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेशावर कांड की वर्षगांठ के अवसर पर चौथान के पीठसैंण में आयोजित राजकीय क्रांति दिवस मेले में प्रतिभाग किया। इस मौके पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि आजादी के वीर सिपाहियों के त्याग और बलिदान के कारण ही आज हम स्वतंत्रता की खुली सांस ले पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और देश की रक्षा में बलिदान देने वाले वीर जवानों के परिजनों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने पीठसैंण स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्मारक स्थल पर आयोजित मेले का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। इससे पहले उन्होंने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार इस नृशंस कृत्य का बदला अवश्य लेगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी।
जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के गौरव हैं। पेशावर में निहत्थे लोगों पर गोली चलाने से इन्कार कर उन्होंने मानवता और नैतिकता का जो उदाहरण पेश किया, वह इतिहास में अमर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वीर गढ़वाली की स्मृति को संरक्षित रखने और युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरित करने के लिए उनके जीवन पर आधारित कार्यक्रम चला रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने भारत की स्वर्णिम यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है, और हमें अपनी सैनिक परंपरा व देशभक्ति की विरासत पर गर्व है। उन्होंने बताया कि शहीद सैनिकों के सम्मान में देहरादून में शौर्य स्थल का निर्माण किया गया है। शहीद सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। साथ ही, शहीदों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनकी विधवाओं की पेंशन को 21 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसने समान नागरिक संहिता कानून लागू किया। सख्त भू-कानून और नकल विरोधी कानून लागू होने के बाद राज्य में 22 हजार से अधिक नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से हुई हैं। उन्होंने चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या का जिक्र करते हुए कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली देश की चेतना, नैतिकता और मानवीय मूल्यों के प्रतीक हैं। उन्होंने युवाओं से उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देशभक्ति, ईमानदारी और साहस के मार्ग पर चलने की अपील की। उन्होंने घोषणा की कि विद्यालयी पाठ्यक्रम में वीर गढ़वाली की जीवनी शामिल की जाएगी। साथ ही, थलीसैंण में एक भव्य ऑडिटोरियम, बूंगीधार में खेल मैदान और पीठसैंण में 100 गरीब व अनाथ बच्चों के लिए हॉस्टल का निर्माण पूरा हो चुका है।
मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री ने थलीसैंण क्षेत्र के 10वीं और 12वीं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इसके अलावा, महिला स्वयं सहायता समूहों, उद्यमियों और पूर्व सैनिकों को भी सम्मानित किया गया। मेले में विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाकर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर दर्जाधारी राज्य मंत्री महेश्वर सिंह माहरा, राज्य सिंचाई सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष ऋषि कंडवाल, जिला पंचायत प्रशासक शांति देवी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेठ, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पारुल गोयल, उपजिलाधिकारी श्रेष्ठ गुनसोला, जिलाध्यक्ष भाजपा कमल किशोर रावत, वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली विकास समिति के जय सिंह रावत, वीरमणि पोखरियाल सहित भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।