NTI: भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में खरीदारों और किरायेदारों के लिए संपत्ति खोजना हमेशा से एक जटिल और परेशानी भरा काम रहा है। दलालों का दबाव, संपत्ति मालिकों के साथ सीधे संवाद की कमी, और कागजी कार्रवाई की जद्दोजहद जैसी समस्याएं आम हैं। क्या यह प्रक्रिया हमेशा से इतनी ही जटिल थी? इस सवाल पर कई बार विचार किया गया, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं मिला।
इसी समस्या को हल करने के लिए अखिल गुप्ता, अमित अग्रवाल, और सौरभ गर्ग ने 2014 में नोब्रोकर की स्थापना की। यह बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप रियल एस्टेट खोज के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाया। नोब्रोकर का मुख्य उद्देश्य संपत्ति मालिकों और खरीदारों/किरायेदारों को सीधे जोड़कर संपत्ति खरीदने, बेचने और किराए पर लेने की प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और सस्ता बनाना है।
नोब्रोकर का दावा है कि यह प्लेटफॉर्म हर साल लगभग $2 बिलियन के लेनदेन को संभालता है और महीने में 130 करोड़ रुपये की दलाली की बचत करता है। 2020 में, इस प्लेटफॉर्म ने भारतीय रियल एस्टेट ग्राहकों को लगभग 1,100 करोड़ रुपये की दलाली बचाने में मदद की। 23 नवंबर 2021 को नोब्रोकर भारत का पहला प्रॉपटेक (प्रॉपर्टी टेक) यूनिकॉर्न बन गया।
नोब्रोकर (NoBroker) कंपनी के बारे में
नोब्रोकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो संपत्ति मालिकों, खरीदारों और किरायेदारों को सीधे जोड़ता है। इसका मिशन है – “भारत के रियल एस्टेट सेक्टर को ब्रोकरेज-मुक्त और सुविधाजनक लेनदेन की ओर ले जाना।”
नोब्रोकर ने भारतीय रियल एस्टेट बाजार में जानकारी की असमानता को दूर करने का काम किया है। पारंपरिक रूप से, संपत्ति खरीदने या किराए पर लेने के लिए लोगों को 1-2 महीने के किराए या लेनदेन राशि का 4% तक दलाली के रूप में देना पड़ता था। नोब्रोकर ने इस प्रक्रिया को बदल दिया है।
नोब्रोकर का बिजनेस मॉडल
नोब्रोकर का बिजनेस मॉडल एक डिजिटल पीयर-टू-पीयर प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जहां संपत्ति मालिक और खरीदार/किरायेदार सीधे जुड़ते हैं। यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को संपत्ति खरीदने, बेचने या किराए पर लेने के लिए सब्सक्रिप्शन बिजनेस मॉडल प्रदान करता है।
नोब्रोकर के तीन मुख्य रेवेन्यू मॉडल हैं:
- फ्रीमियम मॉडल – किरायेदारों के लिए मुफ्त सेवाएं।
- फ्रीडम प्लान – संपत्ति खोजने और संपर्क करने के लिए सशुल्क सेवाएं।
- रिलैक्स प्लान और मनीबैक प्लान – अतिरिक्त सुविधाओं के साथ प्रीमियम सेवाएं।
इसके अलावा, नोब्रोकर होम सर्विसेज, फर्नीचर, और सोसाइटी मैनेजमेंट जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है, जो इसके रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
नोब्रोकर की शुरुआत
नोब्रोकर की शुरुआत तब हुई जब इसके संस्थापकों ने खुद संपत्ति खोजने के दौरान दलालों के साथ हुए बुरे अनुभवों को महसूस किया। उन्होंने देखा कि अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी दलालों के साथ जुड़े हुए हैं, जिससे ग्राहकों को सीधे संपत्ति मालिकों से जुड़ने में मुश्किल होती है।
नोब्रोकर ने इस समस्या को हल करने के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जो दलालों को पूरी तरह से हटाकर संपत्ति मालिकों और खरीदारों को सीधे जोड़ता है। हालांकि, इस नए मॉडल को बाजार में स्थापित करना आसान नहीं था। शुरुआत में निवेशकों को इस प्रस्ताव पर विश्वास दिलाना एक बड़ी चुनौती थी।
नोब्रोकर ने अपनी शुरुआत 2014 में की और धीरे-धीरे इसने भारत के प्रमुख शहरों जैसे बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर में अपनी पहुंच बनाई। आज इस प्लेटफॉर्म पर 30 मिलियन से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं। 2021 में नोब्रोकर ने 210 मिलियन का निवेश प्राप्त किया और यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया। 2023 तक इसकी कुल फंडिंग 430.9 मिलियन हो गई है।
नोब्रोकर की सेवाएं
नोब्रोकर न केवल संपत्ति खोजने में मदद करता है, बल्कि यह किराये के समझौते, होम लोन, पैकर्स एंड मूवर्स, होम क्लीनिंग, पेंटिंग, और फर्नीचर जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है। इसके अलावा, नोब्रोकरहुड नामक एक सुपर ऐप भी है, जो सोसाइटी लिविंग को ऑप्टिमाइज करता है।
नोब्रोकर ने भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में एक नई क्रांति ला दी है। इसके ब्रोकरेज-मुक्त मॉडल ने ग्राहकों को लाखों रुपये की बचत करने में मदद की है। तकनीक और नवाचार के माध्यम से नोब्रोकर ने संपत्ति लेनदेन की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया है। भविष्य में, यह कंपनी और भी बड़े स्तर पर विकास करने के लिए तैयार है।