मुंबई (NTI): भारत की वित्तीय राजधानी, अपनी आर्थिक गतिविधियों और अरब सागर के प्रमुख बंदरगाह के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र से घिरा होने के कारण दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच कनेक्टिविटी एक चुनौती रही है। इस समस्या को दूर करने के लिए मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MTHL), जिसे अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु के नाम से जाना जाता है, बनाया गया। 12 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित यह 21.8 किमी लंबा पुल भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल है।
MTHL एक 6-लेन का एक्सप्रेसवे पुल है, जिसमें 16.5 किमी समुद्री हिस्सा और 5.5 किमी जमीन पर वायाडक्ट शामिल हैं। यह दक्षिण मुंबई के सेवरी को नवी मुंबई के चिरले से जोड़ता है। ₹17,843 करोड़ की लागत से बनी यह परियोजना प्रतिदिन 70,000 वाहनों को संभाल सकती है। यह नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, न्हावा शेवा बंदरगाह, मुंबई-गोवा राजमार्ग और पुणे एक्सप्रेसवे को जोड़ता है।
MTHL का निर्माण अप्रैल 2018 में शुरू हुआ और दिसंबर 2023 में पूरा हुआ। 14,000 श्रमिकों और 10 देशों के विशेषज्ञों ने इसमें योगदान दिया। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) द्वारा प्रबंधित और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) द्वारा 85% वित्त पोषित इस परियोजना में 7 ऑर्थोट्रॉपिक स्टील डेक स्पैन और उन्नत ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं।
MTHL ने दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा समय को 30-45 मिनट तक कम किया है। यह मुंबई को डिकंजेस्ट करता है, प्रमुख क्षेत्रों तक पहुंच बढ़ाता है, और नवी मुंबई के विकास को गति देता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए ₹135.6 करोड़ खर्च किए गए, जिससे ईंधन बचत और प्रदूषण में कमी आई। यह पुल आर्थिक विकास, जीवन की गुणवत्ता में सुधार और कोकण क्षेत्र से तेज कनेक्टिविटी को बढ़ावा देता है।