(News Trust of India): अनुज राक्यान, एक युवा उद्यमी, ने भारत की कोल्ड ड्रिंक इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने का कार्य किया है। उनकी कंपनी, RAW Pressery, ने ताजा फलों के जूस को बिना किसी केमिकल्स के सुरक्षित रखने की तकनीक विकसित की है। यह कहानी एक सड़क दुर्घटना से शुरू होती है, जिसमें अनुज को कमर में फ्रैक्चर हुआ और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई। इस दौरान, उन्होंने पैकेज्ड जूस का सेवन किया लेकिन उन्हें ताजगी का अनुभव नहीं मिला जो ताजा फलों से बने जूस में होता है।
अनुज राक्यान का उद्यमी सफर
अनुज ने अपनी ग्रेजुएशन Duke University से की और उसके बाद वित्तीय सलाहकार के रूप में काम किया। अमेरिका में कुछ वर्षों के बाद, उन्होंने भारत लौटकर फ्यूचर ग्रुप में ब्रांड कंसलटेंट के रूप में काम किया। वहां उन्होंने मार्केटिंग और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
RAW Pressery की स्थापना
2014 में, अनुज ने RAW Pressery की स्थापना की, जो भारत का पहला शीतल पेय ब्रांड है जो प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक जूस प्रदान करता है। उन्होंने कोल्ड प्रेस्ड तकनीक का उपयोग करते हुए बिना खाद्य सरंक्षक के जूस बनाने का तरीका खोजा, जो 21 दिनों तक ताजा रहता है। अनुज ने अपने प्लांट को चलाने के लिए लगभग 70 लाख रुपये दोस्तों और परिवार से उधार लिए।
बाजार में प्रतिस्पर्धा
अनुज ने पेप्सी और कोका-कोला जैसे बड़े ब्रांड्स के सामने अपने उत्पादों को पेश किया। उनकी कंपनी ने मुंबई के डब्बावालों के साथ साझेदारी की, जिससे उन्हें वितरण में मदद मिली। अनुज की मार्केटिंग रणनीतियों और उत्पादों की गुणवत्ता ने उन्हें निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने में मदद की।
वर्तमान स्थिति और भविष्य
आज, RAW Pressery भारत के प्रमुख शहरों में लगभग 1000 आउटलेट्स के साथ मौजूद है और अनुज अब अपने उत्पादों का विस्तार अफ्रीका और अरब देशों में करने पर काम कर रहे हैं। उनकी कंपनी ने 30 विभिन्न फ्लेवर के साथ जूस पेश किए हैं और लगभग 2000 लोगों को प्रत्यक्ष तथा 5000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार दिया है।अनुज राक्यान ने न केवल एक सफल व्यवसाय स्थापित किया है, बल्कि उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि कैसे एक चुनौतीपूर्ण परिस्थिति को अवसर में बदला जा सकता है।
अनुज राक्यान ने अपनी कंपनी RAW Pressery के माध्यम से कई चुनौतियों का सामना किया, जो उनके व्यवसाय की सफलता के लिए महत्वपूर्ण साबित हुईं। यहाँ कुछ प्रमुख चुनौतियाँ हैं:
अनुज को ताजे फलों और सब्जियों की स्थिरता सुनिश्चित करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। भारत में, कई बेहतरीन फल और सब्जियाँ निर्यात के लिए जाती हैं, जिससे स्थानीय बाजार में उनकी उपलब्धता कम हो जाती है। इसके अलावा, खाने के लिए उपयुक्त फल हमेशा जूसिंग के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं, जिससे सही गुणवत्ता वाले फलों को चुनना चुनौतीपूर्ण हो गया
बाजार में प्रतिस्पर्धा
अनुज ने RAW Pressery को स्थापित करते समय पहले से मौजूद बड़े ब्रांड्स जैसे पेप्सी और कोका-कोला से प्रतिस्पर्धा का सामना किया। उन्हें अपने उत्पादों को बाजार में स्थापित करने और ग्राहकों को अपने ब्रांड की ओर आकर्षित करने के लिए नवाचार और उच्च गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना पड़ा
भारत में ठंडी श्रृंखला (cold chain) की कमी और खराब बुनियादी ढाँचा भी एक बड़ी चुनौती थी। अनुज ने अपने उत्पादों की ताजगी सुनिश्चित करने के लिए एयर फ्रेटिंग जैसी नई तकनीकों का उपयोग किया। इसके अलावा, उन्होंने मुंबई के डब्बावालों के साथ साझेदारी की, जिससे वितरण में मदद मिली
अनुज को यह सुनिश्चित करना था कि उनके उत्पाद उपभोक्ताओं की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करें। उन्होंने यह देखा कि बाजार में उपलब्ध ज्यादातर पैकेज्ड जूस में शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, इसलिए उन्हें अपने उत्पादों को बिना किसी एडिटिव्स के पेश करने की आवश्यकता थी। इसके लिए उन्होंने उपभोक्ताओं को स्वस्थ जीवनशैली के लाभों के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया
इन चुनौतियों का सामना करते हुए अनुज ने न केवल अपनी कंपनी को स्थापित किया बल्कि उसे एक सफल ब्रांड बनाने में भी सफल रहे। उनकी रणनीतियों और नवाचारों ने RAW Pressery को भारतीय बाजार में एक प्रमुख स्थान दिलाया है।