NTI: संदीप नैनवाल (Sandeep Nainwal, Polygon founder) का बचपन बहुत गरीबी में बीता था, वह उत्तराखंड के नैनीताल जिले के छोटे से शहर रामनगर के रहने वाले थे, और कुछ समय बाद अपनी किस्मत आजमाने के लिए उनका परिवार दिल्ली चला गया, आज संदीप 13 अरब डॉलर की कंपनी के मालिक है, अर्थात लगभग 1 लाख करोड़ रूपये की कंपनी के मालिक, वर्तमान समय में उनकी कंपनी दुबई से ही काम करती है,
संदीप नैनवाल पांच साल की उम्र तक स्कूल नहीं गए, संदीप कहते है की, उनके माता पिता की बहुत जल्दी उम्र में ही शादी हो गयी थी और माता-पिता दोनों कम पड़े लिखे थे; और उन्हें इस बात का एहसास भी नहीं था कि बच्चे को तीन साल या उसके बाद स्कूल भेजा जाना चाहिए। लेकिन उनके घर के पास कुछ लोग थे, जिनका एक छोटा स्कूल था, उन्होंने संदीप के माता पिता से पूछा कि ‘आपका बच्चा स्कूल क्यों नहीं जा रहा है?’ और फिर मैंने स्कूल जाना शुरू कर दिया।’ संदीप ने इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है। उसके बाद दो साल तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी की। फिर MBA करने के बाद आईटी में स्पेशलाइजेशन ली। इसके बाद संदीप ने Deloitte में काम किया और फिर ई-काॅमर्स कंपनी Wellspun में काम किया। इसके बाद संदीप ने फ्लिपकार्ट की तरह ही एक वेबसाइट लॉन्च की।
संदीप ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में यह भी बताया, की घर के आस पास के माहौल के कारण उनके पिता शराबी बन गए और जुए में लग गए, और जो कुछ पैसा होता था वह भी डूब गया, और इस वजह से परिवार अक्सर स्कूल की मासिक फीस का भुगतान करने में पीछे रहता था, ”
सालों से संदीप खूब मेहनत कर रहे थे लेकिन किस्मत के दरवाजे की चाबी मिल ही नहीं रही थी। लेकिन एक दिन ऐसा आया जब किस्मत ने खुद बाहर से दरवाजा खोल दिया और संदीप की लाइफ एकदम से बदल गई. एक दिन संदीप की नज़र क्रिप्टो पर पड़ी और उन्हें टेक्नॉलजी की ताकत के बारे में मालूम हुआ और उन्होंने अपने आगे की ज़िन्दगी उसी टेक्नोलॉजी पर समर्पित कर दी।
संदीप दिल्ली में जमुना किनारे की एक बस्ती में रहते है और आज वह एक कंपनी के मालिक है जिसका नाम है पॉलीगोन लैब्स, संदीप इस कंपनी के कोफाउंडर हैं. संदीप भारत के पहले क्रिप्टो बिलिनेयर रह चुके हैं.मतलब एक ऐसा इंसान जो 8 हजार करोड़ से ज्यादा का मालिक है, संदीप ने अपना शुरुआती जीवन बहुत मुश्किलों से बिताया था. उनके घर के आसपास का माहौल संदीप को बहुत परेशान करता था और लेकिन संदीप नैनवाल अपनी किस्मत बदलने के लिए प्रतिबद्ध थे. संदीप नेलवाल ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री ली और बैंक से लोन लेकर अपना एमबीए की पढ़ाई पूरी की. एक घर खरीदने और लोन चुकाने के लिए उन्होंने काफी दिनों तक जॉब किया.
संदीप नैनवाल ने भारत को एक बिलियन डॉलर दान में दे दिए, वो भी सिर्फ एक Tweet के कारण, $1 बिलियन से अधिक क्रिप्टो फंड जुटा चुका है । उन्होंने इतना बड़ा अमाउंट सिर्फ एक छोटी सी वजह के कारण भारत को दान में दे दिए.
फिर भारत में कोविड की एंट्री हुई भारत में मार्च 2022 से कोविड ने देश की अर्थव्यवस्था और जीवन को नुकसान पहुंचना शुरू कर दिया था, जैसे-जैसे समय बीता महामारी और भयावह रूप लेने लगी. उस वक़्त पैसा, शोहरत कुछ मायने नहीं रखती थी, अस्पतालों में बेड खाली नहीं थे, ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो गई थी, लोग मर रहे थे। महामारी की चपेट में संदीप, उनकी पत्नी, उनकी दादी, उनकी बहन भी आ गए थे. लेकिन कोरोना होने के बाद संदीप रुके नहीं, उन्होंने यह ठान लिया कि ना सिर्फ अपने परिवार बल्कि ज़्यादा से ज़्यादा कोविड मरीजों तक मदद पहुंचाना है।
संदीप ने लोगों की मदद के लिए एक ट्वीट किया जिसमे उन्होंने कोविड के मरीजों के लिए रिलीफ कम्पैन शुरू किया और ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट से इसके लिए मदद मांगी, संदीप का ट्वीट वायरल हो गया. और ग्लोबल क्रिप्टो कम्युनिटी तुरंत एक्टिव हो गई. सिर्फ शुरू के एक घंटे के अंदर 3 हज़ार डॉलर का चंदा जुटा लिया और 10 घंटों के अंदर 10 मिलियन का चंदा इक्कठा हो गया. दुनियाभर के बड़े-छोटे क्रिप्टो होल्डर्स ने संदीप को मदद की। फिर किसी ने सीधा एक बिलियन डॉलर डोनेट कर दिए संदीप को मदद मिलने लगी थी, लेकिन तभी एक शख्स ने संदीप के क्रिप्टो एड्रेस में एक बिलियन डॉलर की क्रिप्टो करेंसी डोनेट कर दी, वो कोई और नहीं Ethereum के फाउंडर Vitalik थे। उन्होंने 15 सेकेण्ड के अंदर एक बिलियन डॉलर की वेल्यू के Shiba Inu कोइन्स डोनेट कर दिए। यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो डोनेशन था।
एक छोटा सा केम्पेन बहुत बड़ा बन गया. उन पैसों से संदीप ने लोगों तक ऑक्सजीन, बेड, दवाइयां, खाना, मेडिकल में काम आने वाली चीज़ें, वैक्सीन अवेयरनेस, लोगों तक पहुंचाई। संदीप के पास अभी भी 100 मिलियन से ज़्यादा क्रिप्टो है और वो उसकी मदद से हॉस्पिटल शुरू करने वाले हैं, जहां लोगों को कम कीमत में इलाज मिलेगा।
संदीप को एक बात समझ आयी की किस्मत को बदलने के लिए उद्यमी बनना जरूरी है. और संदीप के इस कदम में उनकी पत्नी ने भी उन्हें जमकर साथ दिया. संदीप की पत्नी ने कहा कि अगर किराए के घर में भी रहना पड़े तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्हें उद्यमी बनने की कोशिश जरूर करनी चाहिए. आज पॉलीगोन का वैल्यूएशन $13 अरब के करीब पहुंच गया है. तीन भारतीयों द्वारा मिलकर बनाई गई क्रिप्टोकरेंसी पॉलीगॉन (polygon) पिछले हफ्ते मार्केट कैप के लिहाज से 10 अरब डॉलर को पार कर गई है। इस समय इसका मार्केट केपिटलाइजेशन 13 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इसके साथ ही पॉलीगॉन ने दुनिया के शीर्ष 20 क्रिप्टोकरेंसी की सूची में जगह बना ली है। जयंती कनानी, संदीप नैलवाल (sandeep-nailwal) और अनुराग अर्जुन अब साधारण नौकरी करते-करते अरबपति बन गए हैं।
तीनों ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म Polygon के सह संस्थापक हैं. पॉलीगॉन को पहले Matic के नाम से जाना जाता था। मैटिक की स्थापना साल 2017 में की गई थी। यह इथेरियम ब्लॉकचेन पर आधारित है। ब्लॉकचेन की मदद से decentralized apps तैयार किए जाते हैं। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम (ethereum) पर भारी शुल्क और धीमी लेनदेन की समस्या को हल करने के लिए बनाया गया था। इसके ब्लॉकचेन का गेमिंग प्लेयर्स, नॉन फंजिबल टोकंस और डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस में प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसी साल मार्च में नैस्डेक (Nasdac) में लिस्टेड कॉइनबेस ने अपने यूजर को पॉलीगॉन कॉइन में ट्रेड करने की इजाजत दे दी थी।
अगर आपको जीवन में कुछ भी करना है तो आपके पास एक उद्देश्य या मिशन होना जरूरी है, और उस उद्देश्य को पूरा करने के लिए आपके पास पैसा भी होना चाहिए. लेकिन पैसा आपका अंतिम लक्ष्य नहीं होना चाहिए, यह आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचाने का एक साधन हो सकता है.
अगर आप भी और लोगो की फैंसी इमेज के पीछे चलकर स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो यह सही नहीं है. या फिर किसी कंपनी के कोफाउंडर बनकर मीटिंग करना एकमात्र काम नहीं है.अगर आपको अपने आइडिया को रियलिटी में बदलना हैं तो आपको उसके लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. आपको स्टार्टअप शुरू करने के बारे में तभी सोचना चाहिए जब आप दिन रात उसके बारे में सोचते हों.