Tuesday, March 18, 2025
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कैंची धाम में 15 होटल समेत 36 औद्योगिक इकाइयों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किया नोटिस

NTI: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम के आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ गई है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हाल ही में कैंची धाम के आसपास स्थित 15 होटलों और 36 औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी किया है। यह कदम इन इकाइयों द्वारा पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने और प्रदूषण फैलाने के आरोप में उठाया गया है।

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, कैंची धाम के आसपास स्थित 15 होटलों ने ठोस अपशिष्ट निकासी के लिए उचित व्यवस्था नहीं की है। साथ ही, इन होटलों के पास प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का लाइसेंस भी नहीं है। बोर्ड ने इन होटल संचालकों से जवाब मांगा है और चेतावनी दी है कि यदि वे समय रहते व्यवस्थाएं ठीक नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नैनीताल जिले के अलावा हल्द्वानी, लालकुआं, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे क्षेत्रों में स्थित 36 औद्योगिक इकाइयों को भी नोटिस जारी किया है। इनमें 18 स्टोन क्रशर (हल्द्वानी-लालकुआं क्षेत्र), 5 स्टोन क्रशर (चंपावत), 3 स्टोन क्रशर (बागेश्वर), 3 स्टोन क्रशर (पिथौरागढ़) और 7 खड़िया फैक्ट्रियां शामिल हैं। बोर्ड के अनुसार, इन इकाइयों द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान हो रहा है।

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रबंधक अनुराग नेगी के अनुसार, हाल ही में की गई जांच में पाया गया कि इन औद्योगिक इकाइयों के पास प्रदूषण को रोकने के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इन इकाइयों से 1 महीने के भीतर जवाब मांगा गया है। यदि वे जवाब नहीं देते हैं या नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा और कोर्ट कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आवश्यकता पड़ने पर इन इकाइयों को बंद भी किया जा सकता है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि यदि होटल और औद्योगिक इकाइयां नियमों का पालन नहीं करती हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, बोर्ड ने स्थानीय प्रशासन और जनता से सहयोग की अपील की है, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके और पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके।

कैंची धाम एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। इस क्षेत्र में प्रदूषण का बढ़ना न केवल पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि यह धार्मिक महत्व को भी प्रभावित कर सकता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की यह कार्रवाई इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन इसके साथ ही स्थानीय लोगों और व्यवसायियों की जिम्मेदारी भी बनती है कि वे पर्यावरणीय नियमों का पालन करें और कैंची धाम की पवित्रता को बनाए रखें।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की यह कार्रवाई पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। होटल और औद्योगिक इकाइयों को नोटिस जारी करना इस बात का संकेत है कि प्रदूषण को लेकर सरकार गंभीर है। हालांकि, इसके साथ ही स्थानीय समुदाय और व्यवसायियों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है, ताकि कैंची धाम जैसे पवित्र स्थलों की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व को बचाया जा सके।

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