देहरादून वासियों को एक बार फिर कूड़े को लेकर परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं क्योंकि मोहल्ला स्वछता समिति के सफाई कर्मचारी संविदा पर नियुक्ति को लेकर एक बार फिर हड़ताल पर चले गए हैं. इसकी वजह से शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं और निगम प्रशासन के पास इसका कोई वैकल्पिक इंतज़ाम नहीं हैं.
सुंदर दून, स्वच्छ दून का नारा केवल निगम के स्लोगन तक ही सीमित रहा गया है. आज से निगम में कार्यरत करीब 3500 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि निगम अधिकारियों ने पहले वादा किया था कि सभी मोहल्ला स्वछता समिति के सफाई कर्मचारियों को संविदा पर रखा जाएगा लेकिन सालों से यह वादा पूरा नहीं किया गया. दरअसल इन सभी कर्मचारियों को निगम एक निश्चित मानदेय (5,000 रुपये) देता है और उनकी सेवा शर्तें तक तय नहीं हैं. सालों से जो कर्मचारी सफाई का काम कर रहे हैं उनका न तो मानदेय बढ़ा है और न ही उन्हें कोई सुविधा मिलती है. 18 महीने पहले 408 कर्मचारियों को संविदा के तहत रखने के लिए एक शासनादेश भी जारी हुआ था लेकिन इस पर भी अमल नहीं हुआ.
इसके विरोध में शहर भभर के मोहल्ला स्वछता समिति के सफाई कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना हैं कि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो 11 मई को कर्मचारी सचिवालय कूच करेंगे. अपर नगरायुक्त स्वीकार करते हैं कि सफ़ाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर में सफाई की स्थितियां गड़बड़ा रही हैं. लेकिन वह दावा करते हैं कि कर्मचारियों से लगातार वार्ता की जा रही है और उनकी मांगों को शासन स्तर पर भेज दिया गया है.