क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने बीते सप्ताह इकोनॉमिक्स का प्रश्नपत्र लीक करने वाले तीन लोगों को हिमाचल प्रदेश के उन्ना से गिरफ्तार किया था। इनकी पहचान परीक्षा केंद्र के सुपरिटेंडेंट राकेश कुमार, एक निजी स्कूल के क्लर्क अमित शर्मा और चपरासी अशोक के रूप में हुई थी। शुरु में आरोपियों ने केवल इकोनॉमिक्स का प्रश्नपत्र लीक करने की बात कबूल की थी। पुलिस ने उन्हें अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया। पुलिस ने जब उनसे गणित की परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने को लेकर उनसे पूछताछ की तो उन्होंने इस गुनाह को भी कबूल कर लिया।
दोनों पेपर लिखित होने के चलते हुआ शक
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाहरी दिल्ली से प्रश्नपत्र लीक करने वाले गैंग ने उसकी फोटो आगे भेजी थी। लेकिन हिमाचल वाले गैंग ने हाथ से लिखा हुआ प्रश्नपत्र लीक किया है। इसी तरह से गणित का प्रश्नपत्र भी लिखित रूप में लीक हुआ था। इसके अलावा इकोनॉमिक्स की तरह ही गणित का प्रश्नपत्र भी लगभग 48 घंटे पहले लीक हुआ था। इसलिए पुलिस को शक हुआ कि गणित का प्रश्नपत्र भी इसी गैंग ने लीक किया है। जिसकी पुष्टि पूछताछ के दौरान उन्होंने खुद कर दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाहरी दिल्ली से प्रश्नपत्र लीक करने वाले गैंग ने उसकी फोटो आगे भेजी थी। लेकिन हिमाचल वाले गैंग ने हाथ से लिखा हुआ प्रश्नपत्र लीक किया है। इसी तरह से गणित का प्रश्नपत्र भी लिखित रूप में लीक हुआ था। इसके अलावा इकोनॉमिक्स की तरह ही गणित का प्रश्नपत्र भी लगभग 48 घंटे पहले लीक हुआ था। इसलिए पुलिस को शक हुआ कि गणित का प्रश्नपत्र भी इसी गैंग ने लीक किया है। जिसकी पुष्टि पूछताछ के दौरान उन्होंने खुद कर दी।