अहमदाबाद। गुजरात के 21वीं सदी के एक किसान ने सोशल मीडिया का उपयोग कर खुद की आय तीन गुनी कर ली है। फसल और सब्जियों को वह फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब के जरिये बेचते हैं। सोशल मीडिया पर ही अपनी पैदावार की एडवांस बुकिंग भी करते हैं। गेहूं की फसल आने में अभी 10 माह बाकी हैं, लेकिन उन्होंने अभी से उसकी बुकिंग शुरू कर दी है।
सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले के रसिकभाई दोंगा वषरें से खेतीबाड़ी कर रहे हैं, लेकिन बीते कुछ वर्षो से वह आधुनिक सूचना तकनीक का उपयोग गेहूं, चना, तिल और सब्जियों को सात समुंदर पार बेचकर आय बढ़ाने में कर रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब आदि का उपयोग हम लोग जहां फोटो, वीडियो व कोई संदेश शेयर करने तथा सूचनाएं लेने-देने के लिए करते हैं; वहीं रसिकभाई सोशल मीडिया का उपयोग अपनी फसल व सब्जियां दुनिया के बाजार में बेचने के लिए करते हैं। गांवों में अक्सर किसान अपनी पैदावार सेठ साहूकार को बेचकर कर्ज उतारने व घर खर्च चलाने जितनी ही आय अर्जित कर पाते हैं। लेकिन रसिकभाई ने बीते कुछ वर्षो में ही अपनी आय तीन गुना बढ़ा ली है।
पीएम मोदी की ई-मार्केट की सीख पर अमल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही किसानों की आय 2022 में दोगुनी करने का वादा कर रहे हों, लेकिन तकनीक पसंद किसान रसिकभाई ने 2018 में ही उस सपने को साकार कर दिखाया है। उन्होंने पीएम मोदी की ई-मार्केट व ई-लर्निंग की सीख अपनाकर अपने उत्पादन को मंडी या किसी बिचौलिए को बेचने की बजाय सीधे अंतरराष्ट्रीय खरीददारों को बेचकर आय में इजाफा किया। सोशल मीडिया का कमाल देखिए, उन्होंने 800 रुपये मन के भाव से गेहूं की बुकिंग अभी से शुरू भी कर दी है। लेकिन, इससे पहले उन्होंने अमेरिकन स्टेंडर्ड प्रमाण पत्र हासिल किया है।
गाय आधारित ऑर्गेनिक खेती अपनाई
गुजरात सरकार के किसान कल्याण मेले में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की मौजूदगी में रसिकभाई दोंगा ने बताया कि किस तरह उन्होंने कृषि विशेषज्ञ सुभाष पालेकर की गाय आधारित जीरो बजट खेती अपनाकर ऑर्गेनिक सब्जियों व शुद्व गेहूं का उत्पादन शुरू किया। मेले में कृषि राज्यमंत्री रूपाला ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ किसान का पुरस्कार प्रदान करते हुए 25 हजार का नकद इनाम भी सौंपा।