अब छत्तीसगढ़ के एक मंदिर में कथित तौर पर एक दिव्यांग महिला के साथ रेप का मामला सामने आया है। पीटीआई के अनुसार पुलिस ने गुरुवार (26 अप्रैल) को बताया कि धमतरी स्थित एक मंदिर के परिसर में 24 वर्षीय दिव्यांग महिला के साथ पुजारी ने ही कथित तौर पर बलात्कार किया। आरोपी की पहचान 28 वर्षीय रमाशंकर वैष्णव के तौर पर हुई है। पुलिस के मुताबिक दिव्यांग महिला के साथ 24 अप्रैल के दिन घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने केस के आरोपी पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, मंगलवार की शाम दिव्यांग महिला धमतरी में जब कंप्यूटर की क्लास पढ़कर घर वापस लौट रही थी, तभी उसके साथ वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस में दर्ज पीड़िता की शिकायत के मुताबिक वैष्णव ने उसे बताया था कि उसकी मां मंदिर के भीतर काम कर रही है। जब वह (पीड़िता) मंदिर के अंदर गई तो परिसर में खड़ा पुजारी उसे अपने कमरे में ले गया और दरवाजा बंद कर दिया।
पीड़िता ने बताया कि जब वैष्णव उसे कमरे के अंदर ले गया तो वह डर के मारे मूर्छित हो गई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक जब महिला को होश आया तो वैष्णव ने उसे बताया कि उसने उसका बलात्कार किया है और अगर वह किसी को इस बारे में बताएगी तो जान से हाथ धो बैठेगी। महिला ने सारी आपबीती अपने घरवालों को बताई जिसके बाद वे उसे थाने ले गए और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार के लिए सजा) के तहत एक केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच चल रही है।
पुजारी के द्वारा रेप किए जाने का एक और मामला राजस्थान के अजमेर से सामने आया है, जहां 48 वर्षीय स्वामी शिवानंद उर्फ बलवंत नाम के पुजारी ने कथित तौर पर एक 7 वर्षीय बच्ची के साथ मंदिर के भीतर ही बलात्कार किया। मामला उस वक्त सामने आया जब बच्ची की तलाश में उसका पिता बाहरी इलाके में एक पहाड़ी की चोटी पर बने मंदिर में बच्ची को खोजते हुए पहुंचा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। ऐसे में जहां कठुआ और उन्नाव गैंगरेप मामलों को लेकर देशवासियों में भारी नाराजगी बनी हुई है, इस प्रकार की घिनौनी घटनाएं थम नहीं रही हैं।