दरअसल रोहनिया थाना क्षेत्र के मुंगवार गांव में ऑस्ट्रेलिया कामनवेल्थ गेम में वेटलिफ्टिंग में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाली काशी की बेटी पूनम यादव की बुआ का घर है। पूनम कल एशियन गेम्स में जाने वाली थी, इसलिए वह आज अपने पिता कैलाशनाथ यादव के साथ बुआ से मिलने उनके गांव पहुंची थीं।
इस दौरान गांव में पट्टीदारी के विवाद में उनकी बुआ की बेटियों और पूनम के चचेरे भाई और स्टेट लेवल के रेसलर रामाश्रय यादव पर दबंगों ने हमला बोल दिया। इसकी जानकारी जब कुछ दूर गांव में मौजूद पूनम, उसके पिता को हुई तो वह लोग रोहनिया थाने पहुंचे, जहां से पुलिस की मदद लेकर पूनम जब बुआ के घर पहुंची तो दबंग उसके पिता और पूनम पर भी हमलावर हो गए।
पूनम के पिता कैलाश नाथ यादव का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में पूनम पर दबंगों ने हमला किया तो पुलिस बीच बचाव के लिए उतर आई और पूनम को सुरक्षित वहां से बाहर निकाला गया। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने पर बैठा रखा है। पूनम को भी मामूली चोटे आईं हैं। पूनम यादव के शुक्रवार को काशी पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ था। उन्होंने कहा था कि देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना उनके लिए गर्व की अनुभूति है, यह मेडल देश और वाराणसी को समर्पित है। वाराणसी शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर बसे दादूपुर गांव में पूनम का घर है।