जयपुर : मुख्यमंत्री आवास पर यहां सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक समाप्त होने के तत्काल बाद राजस्थान के कांग्रेस विधायकों को दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित फेयरमोंट होटल भेज दिया गया. इसके पहले पार्टी विरोधी तत्वों को दंडित करने की मांग वाला एक प्रस्ताव पारित किया गया. फेयरमोंट वही होटल है, जहां आईटी के दस्ते ने सोमवार सुबह छापा मारा था.
मुख्यमंत्री आवास के बाहर चार बसें खड़ी थीं, जिनमें सवार होकर विधायक होटल गए. यह रिसॉर्ट पॉलिटिक्स गहलोत खेमे के विधायकों को एकजुट रखने के कदम का हिस्सा है, क्योंकि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को घोषणा की थी कि गहलोत सरकार अल्पमत में है. गहलोत ने हालांकि पायलट के दावे को दरकिनार करते हुए बहुमत की संख्या का प्रदर्शन किया और उनके साथ खड़े 100 से अधिक विधायकों ने जीत का चिन्ह प्रदर्शित किया.
पार्टी ने सीएलपी की बैठक के बाद सोमवार को भाजपा के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया और कहा कि पार्टी लोकतंत्र की हत्या की कोशिशों की निंदा करती है. प्रस्ताव में कहा गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के पीछे के लोगों को दंडित किया जाए, साथ ही पार्टी उस किसी भी अलोकतांत्रिक कदम की निंदा करती है, जो पार्टी की छवि धूमिल करता हो. इसके पहले सभी विधायकों को बैठक में हिस्सा लेने के लिए एक व्हिप जारी किया गया था, हालांकि पायलट और उनके समर्थक 18 विधायक बैठक से गायब थे.
राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में अब तक 80 विधायकों के पहुंचने की खबर है. सूत्रों की मानें तो करीब एक दर्जन से ज्यादा पायलट समर्थित विधायक गुरुग्राम की आईटीसी होटल में रुके हैं, वे इस बैठक में शामिल नहीं हुए हैं. होटल के बाहर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बाहर बैरिकेडिंग की गई है और आने जाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है.
भाजपा नेता भी हरियाणा के होटल में !
सूत्रों की मानें तो इस होटल में दो भाजपा नेता भी मौजूद हैं. दोनों भाजपा नेता जिस गाड़ी से होटल पहुंचे वह हरियाणा के नंबर की थी. दोनों भाजपा नेताओं के मुंह ढके हुए थे.
सोमवार शाम तक कई बड़े नेता भी इस होटल में पहुंच सकते हैं. राजस्थान कैबिनेट की बैठक में जो विधायक शामिल नहीं हुए हैं, कयास लगाए जा रहे हैं कि वो विधायक गुरुग्राम के इसी आईटीसी होटल में रुके हैं.