लखनऊ: उपचुनाव के नतीजे आते ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने सरकारी आवास खाली कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुलायम सिंह यादव ने बंगला खाली करने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की थी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति विभाग को चिट्ठी लिखकर कहा था कि इतने कम वक्त में बंगला खाली करना संभव नहीं है. अखिलेश यादव ने बंगला खाली करने के लिए दो साल का वक्त मांगा था. उन्होंने दलील दी थी कि, फिलहाल मेरे पास लखनऊ में रहने के लिए कोई घर नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा था कि मेरे पिता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पास भी घर नहीं है. रहने का इंतजाम होते ही मैं घर खाली कर दूंगा. अखिलेश यादव द्वारा चिट्ठी लिखे जाने के बाद मुलायम सिंह ने भी चिट्ठी लिखी. उन्होंने जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा का हवाला देकर सरकारी आवास को खाली करने के लिए दो साल की मोहलत मांगी थी. साथ ही बंगला खाली करने तक बाजार दर पर किराया देने की पेशकश की थी. आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री 1992 में 4, विक्रमादित्य मार्ग पर आवास आवंटित हुआ था. 25 सालों से अधिक समय से वो इसी बंगले में रह रहे हैं. इसी में रहते हुए वो दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बने हैं.