बीज बाजार में गैस रिफिलिंग का अवैध कारोबार
प्रशासन के दावों की धज्जियां उड़ाकर सरेआम शहर के कई स्थानों में अवैध गैस रीफिलिंग का काला कारोबार बदस्तूर चल रहा हैं। अवैध गैस रीफिलिंग का कारोबार घनी आबादी वाले इलाकों के साथ-साथ बीच मार्केट में खुलेआम चल रहा है। हमारे संवाददाता ने जब खुद इसकी पड़ताल की तो देखा कि देहरादून की घनी आबादी वाले क्षेत्र गांधी ग्राम में खुलेआम अवैध गैस रीफिलिंग की जा रही है। दुकानदार बिना किसी डर के रीफिलिंग करते हैं।
प्रशासन के दावों की धज्जियां उड़ाकर सरेआम शहर के कई स्थानों में अवैध गैस रीफिलिंग का काला कारोबार बदस्तूर चल रहा हैं। अवैध गैस रीफिलिंग का कारोबार घनी आबादी वाले इलाकों के साथ-साथ बीच मार्केट में खुलेआम चल रहा है। हमारे संवाददाता ने जब खुद इसकी पड़ताल की तो देखा कि देहरादून की घनी आबादी वाले क्षेत्र गांधी ग्राम में खुलेआम अवैध गैस रीफिलिंग की जा रही है। दुकानदार बिना किसी डर के रीफिलिंग करते हैं।
प्रशासन गली-मोहल्लों में धड़ल्ले से चल रहे इस अवैध कारोबार के बारे में अपनी मजबूरी गिनाते हुए जिला आपूर्ति अधिकारी भी मानते हैं कि लगातार कार्रवाई के बावजूद भी ये धंधा नहीं रुक रहा है। अधिकारी के मुताबिक, गैस एजेंसी वालों की आड़ में डिलीवरी कर्मी भी इस काम में लिप्त हैं। हालांकि पहले भी इस तरह के कई मामलों में संलिप्त लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा चुका है।
डीएम साहब को नहीं है काले कारोबार की जानकारी?
अवैध गैस रीफिलिंग कारोबार पर जब अंकुश लगाने के बारे में जिलाधिकारी एसए मुरुगेसन से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें इम मामले की जानकारी नहीं है। हालांकि, प्रशासन की ओर से लगातार इस तरह के ठिकानों पर छापेमारी की कार्यवाई की जा रही है।
अवैध गैस रीफिलिंग कारोबार पर जब अंकुश लगाने के बारे में जिलाधिकारी एसए मुरुगेसन से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें इम मामले की जानकारी नहीं है। हालांकि, प्रशासन की ओर से लगातार इस तरह के ठिकानों पर छापेमारी की कार्यवाई की जा रही है।
अवैध रीफिलिंग करने वाले इन दुकानदारों पर संबंधित अधिकारी कार्रवाई करने के दावा कर रहे हैं, जबकि जमीनी स्तर पर स्थिति कुछ और है। आलम ये है कि इस कारोबार में महिलाओं की भी एंट्री हो चुकी हैं, ताकि आपूर्ति विभाग एकदम से इन पर त्वरित कार्रवाई न कर सके।