कोरोना वायरस की वजह से अकाल मौत के मुंह में जाने वालों की तादाद दुनिया भर में 19,700 को पार कर गई है. क़रीब 4.39 लाख कोरोना पॉज़िटिव केस सामने आए हैं. आज तो स्पेन में मरने वालों की तादाद भी चीन को पार कर गई. स्पेन में 3,434 लोग अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि चीन में ये आंकड़ा 3,281 है. ख़ास बात ये है कि स्पेन के मेडिकल स्टाफ़ में हर दस में से एक आदमी अब बीमार हो गया है. वहां का मेडिकल ढांचा भी चरमराने लगा है. उधर इटली में मरने वालों की तादाद 6,820 हो चुकी है.
ये हालात अब दुनिया के किसी भी देश में हो सकते हैं अगर वहां ज़रा भी लापरवाही हुई तो.
आप किसी कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ के क़रीब रहे या कोरोना से सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों से हाल में यात्रा कर लौटे हों लेकिन ये बात छुपा रहे हों. अच्छी बात है कि आप अपने देश लौटे हैं , आप अपनी काबिलियत से विदेश में नाम कमा रहे हैं, लेकिन इस वक़्त अगर आप विदेश से लौटने की बात प्रशासन को नहीं बताते हैं तो आप दूसरों की जान तो जोखिम में डाल ही रहे हैं अपनी और अपने परिवार की जान के लिए ख़तरा उससे पहले बने हुए हैं. ऐसे सभी लोग अपने हाल के संपर्कों की बात बिलकुल न छुपाएं. कई जगह लोग चुपचाप अपने घरों में बैठे हैं लेकिन ये बात बता नहीं रहे. वो बताएंगे तो मेडिकल स्टाफ़ उन्हें अच्छी सलाह ही देगा. उनकी जान भी बचेगी और खर्चा भी. सरकार एक हद से ज़्यादा लोगों को अपने अस्पतालों में नहीं रख पाएगी और फिर लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में लाखों का खर्च करने को मजबूर होना पड़ सकता है.