इनमें 30 प्रतिशत फलदार पौधे होंगे। जो पशु, पक्षियों व वन्य जीवों के लिए भी भोजन और प्रकृति के काम आएंगे।दो चरणों में होगा काम पूरा
पौध रोपण के लिए नदी क्षेत्र को छोटे-छोटे ब्लॉक में बांटा गया है। प्रत्येक ब्लॉक 2500 वर्ग मीटर का है, जिसमें 250 पौधे लगाए जाएंगे। यह काम दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में आज गड्ढे खोदे जाएंगे फिर दूसरे चरण में जुलाई 2018 के दूसरे हफ्ते में पौधे रोपे जाएंगे।
रिस्पना को मिलेगा नया स्वरूप
सरकार इस कार्यक्रम को आम लोगों के श्रमदान से चलवा रही है। सरकार रिस्पना के किनारे बसे गांव, मोहल्ले व हर व्यक्ति को इस अभियान से जोड़ने के प्रयास कर रही है। इसमें सेना के ईको टास्क फोर्स, पुलिस, वन विभाग, एनजीओ, संस्थाओं, विद्यालयों, नागरिकों व एलबीएसएनएए के प्रक्षिशु आईएएस अधिकारियों का भी सहयोग किया जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि अगर सरकार इस अभियान में सफल हो जाता है तो देहरादून को नया स्वरूप मिलेगा।
सौंग नदी पर बांध का निर्माण जल्द
कार्यक्रम में सीएम ने बताया कि अगले वर्षतक लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत के बनने वाले सौंग बांध की नींव भी रखी जाएगी। सौंग बांध से देहरादून को ग्रेविटी बेस्ड पानी की आपूर्ति की जाएगी। इस परियोजना से 100 करोड़ रुपये की बिजली बजत होगी। इसके साथ ही गैरसैंण, पिथौरागढ़ और पौड़ी में पर्यावरण संरक्षण पर आधारित विकास योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। सीएम ने अभियान में हिस्सा लेने वाले 40 से ज्यादा संगठनों का धन्यवाद अदा किया और कहा कि जल्द ही इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।