देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना से पार पाने के लिए हर हाल में एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाकर रखनी होगी, अन्यथा हमारी तपस्या बेकार हो जाएगी। प्रधानमंत्री भी बार-बार यह आग्रह कर रहे हैं। इसे ब्रह्म वाक्य समझकर सभी इसका पालन करेंगे तो हम न सिर्फ खुद बल्कि अपने पड़ोसी, अपने प्रदेश और देश को भी बचा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिये प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने सबसे स्वस्थ रहने की कामना की। कहा कि हमारे कोरोना से लड़ने में हमारे अनेक लोग बिल्कुल फ्रंटलाइन में लड़ रहे हैं। ऐसे में जो भी कोरोना वॉरियर्स हैं, सभी को उनका सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सक 24-24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। पुलिस के जवान और उनके तमाम सहयोग रात-दिन खड़े होकर अपनी सेवा दे रहे हैं। लिहाजा, उनकी भी चिंता करें, क्योंकि वे सारा जोखिम हम सबके लिए उठा रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री के पांच अप्रैल के आह्वान को सफल बनाने की अपील भी राज्यवासियों से की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई वृद्धाश्रम व अनाथश्रम भी हैं, उनकी भी सभी लोग चिंता करें कि वहां कोई भूखा न सोए। उनका दायित्व भी हमारे ऊपर है ।
हो सकता है लंबी लड़ाई लड़नी पड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि हो सकता है कि कोरोना के खिलाफ हमको लंबी लड़ाई लड़नी पड़े। इसका स्वरूप कैसा हो, इसके लिए हमें पूर्व तैयारी करनी चाहिए। इस दृष्टि से एनसीसी, एनएसएस के साथ ही सामाजिक सरोकारों से ताल्लुक रखने वाले जितने भी एनजीओ और सामाजिक संगठन हैं, उनके सहयोग की कभी आवश्यकता पड़ सकती है।
इसके साथ ही आर्थिक व सामाजिक चिंतकों से आग्रह किया कि जो आर्थिक नुकसान राज्य को हुआ है, उसे कैसे भर सकते हैं और इसके लिए क्या प्रयास करने हैं, इस बारे में सरकार को सुझाव दें। इसके अलावा लॉकडाउन हटने पर भीड़ को रोकने के लिए हम किस तरह से समाज को जागरूक करें, कैसे प्रोत्साहित करें और किस ढंग से व्यवस्था बनाएं, कैसे प्लानिंग करें, इस संबंध में सभी के सुझाव आमंत्रित हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र ने गरीबों के लिए कल्याण पैकेज दिया है, उसका पैसा खातों में आना शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने भी श्रमिकों के खातों में पैसा डाल रही है।