ऑपरेशन स्माइल के तहत राज्य के गुमशुदा बच्चों की तलाश कर उनका पुनर्वास करवाया जाता है। पिछले बार की तरह इस बार भी ऑपरेशन स्माइल में अधिक से अधिक बच्चों को बरामद करने का लक्ष्य रखा गया है। इसे सफल बनाये जाने के लिए डीजीपी अनिल रतूड़ी ने अधिकरियों के साथ योजनाएं बनाई हैं।
ऑपरेशन स्माइल अभियान के बारे में जानकारी देते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि नेपाल के शेल्टर होम्स में रह रहे भारतीय बच्चों का भी सत्यापन किया जाएगा। बरामद बच्चों के संबंध में यदि किसी अपराध का होना पाया जाता हैं तो उसके खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन स्माइल के लिए सोशल मीडिया का भी सहयोग लिया जाएगा। साथ ही बच्चों से सम्बन्धित सभी कानूनी जानकारी देने के लिए जिले में एक वर्कशॉप का भी जल्द आयोजन किया जाएगा।
इन जिलों की टीमें करेंगी गुमशुदा बच्चों की तलाश
ऑपरेशन स्माइल अभियान में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, उधम सिंह नगर, उत्तरकाशी में टीमों को तैयार किया गया है। इन टीमों की सहायता के लिए एक टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है।
गुमशुदा बच्चों के ठिकाने
अभियान ऐसे सभी सम्भावित स्थानों में चलाया जाएगा जहां बच्चों के मिलने की अधिक संभावना रहती है। शेल्टर होम्स, ढाबे, कारखाने, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन आदि में मुख्य रूप से टीमों द्वारा ये अभियान चलाया जायेगा। तलाशी टीमों द्वारा अपने जिले के साथ-साथ अन्य जिलों के गुमशुदा बच्चों को भी तलाश किया जायेगा।
अभियान ऐसे सभी सम्भावित स्थानों में चलाया जाएगा जहां बच्चों के मिलने की अधिक संभावना रहती है। शेल्टर होम्स, ढाबे, कारखाने, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन आदि में मुख्य रूप से टीमों द्वारा ये अभियान चलाया जायेगा। तलाशी टीमों द्वारा अपने जिले के साथ-साथ अन्य जिलों के गुमशुदा बच्चों को भी तलाश किया जायेगा।